सुरसंगत के मंच से कई नए कलाकारों ने अपनी यात्रा की शुरुआत की है, जो संगीत की दुनिया में अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार हैं। इन नए चेहरों की चमक और उनकी प्रतिभा उल्लेखनीय है।
प्रथम कलाकार हैं आरोही मिश्रा, जिनकी गायकी में शास्त्रीय संगीत की मिठास और आधुनिकता का अद्वितीय संगम है। बचपन से ही संगीत का माहौल मिलने के कारण आरोही ने कम उम्र में ही सुरों की गहराई को समझ लिया। उनका हाल ही में जारी हुआ गीत "सपनों की उड़ान" अपनी मधुरता के कारण श्रोताओं के बीच धूम मचा रहा है।
दूसरे कलाकार, रोहन सिंह का रैप संगीत में पदार्पण बहुत ही प्रभावशाली रहा। उनकी रचनाओं में सामाजिक मुद्दों पर गहराई से चर्चा की जाती है, जिससे युवा वर्ग उनसे आसानी से जुड़ पाता है। रोहन का हिट सिंगल "असली बातें" एक नई लहर लेकर आया है, जिसमें उनके बोल बेबाकी के साथ दिल को छू लेते हैं।
इसके अलावा, सुरसंगत ने वीणा बजाने में निपुण स्नेहा गुप्ता को प्रस्तुत किया है। उनकी वीणा की मधुर ध्वनियाँ सुनने वालों को एक नई अनुभूति प्रदान करती हैं। स्नेहा ने शास्त्रीय संगीत को एक नया रूप देने का साहसिक प्रयास किया है, जो हर उम्र के संगीत प्रेमियों को भा रहा है।
इन नए चेहरों की एक बात सामान्य है - वे सभी अपनी संस्कृति से गहराई से जुड़े हैं और संगीत के माध्यम से इसे आगे बढ़ाना चाहते हैं। सुरसंगत के प्रयासों से यह स्पष्ट है कि भारतीय संगीत का भविष्य इन प्रतिभाशाली कलाकारों के हाथों में सुरक्षित है।
इस प्रकार, हर नए कलाकार का योगदान संगीत जगत में अनमोल है, जो संगीत प्रेमियों को भावनात्मक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध कर रहा है। ऐसे ही नवोदित कलाकारों को प्रोत्साहित करना हमारी जिम्मेदारी है।